दरअसल, अमेरिका अन्य किसी देशों या उसके राष्ट्राध्यक्षों के ट्विटर हैंडल को फॉलो नहीं करता, मगर भारत के ये हैंडल्स अपवाद स्वरूप फॉलो किए गए थे। लेकिन अब अमेरिका ने अब अपने रुख में बदलाव कर लिया है और अब व्हाइट हाउस अमेरिका के बाहर किसी को फॉलो नहीं कर रहा है।
दरअसल, कोरोना वायरस के इलाज में मददगार माने जा रहे हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा की जब अमेरिका को जरूरत थी, तब भारत सरकार ने अपने फैसलों में तब्दीली कर अमेरिका समेत कई देशों को यह दवा मुहैया कराई थी, जिसके कुछ दिन बाद ही यानी 10 अप्रैल को व्हाइट हाउस ने भारत सरकार के इन ट्विटर हैंडल को फॉलो किया था। यह अपने आप में खास इसलिए था, क्योंकि पीएम मोदी दुनिया के इकलौते गैर अमेरिकी नेता हैं, जिन्हें व्हाइट हाउस फॉलो कर रहा था।
दवा मिलने के बाद ट्रंप ने क्या कहा था
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की तरफ से कोरोना के इलाज में कारगर माने जा रहे मेलेरिया की दवाई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दिए जाने के बाद कहा था कि वह इसे कभी नहीं भुला पाएंगे। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन पर फैसले के लिए भारत और भारत के लोगों का धन्यवाद करते हैं। उन्होंने कहा कि चुनौतीपूर्ण समय में दोस्तों के बीच करीबी सहयोग की जरूरत होती है।