सिंगरौली (आईपी न्यूज)। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (यानी अप्रैल से दिसंबर) तक 79.57 मिलियन टन मिलियन टन कोयले का उत्पादन एवं 79.90 मिलियन टन कोयले का प्रेषण (डिस्पैच) किया है। कंपनी का कोयला उत्पादन एवं प्रेषण दोनों ही लक्ष्य से अधिक हैं।
तीसरी तिमाही तक कंपनी द्वारा किया गया 79.57 मिलियन टन कोयला उत्पादन पिछले वित्त वर्ष की सामान अवधि के मुकाबले 6.59 प्रतिशत अधिक है। पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही तक कंपनी ने 74.65 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया था। इसी तरह, तीसरी तिमाही तक कंपनी द्वारा किया गया 79.90 मिलियन टन कोयला प्रेषण भी पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 5.33 प्रतिशत अधिक है, जो अब तक के निर्धारित लक्ष्य का 103.82 फीसदी है। पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही तक कंपनी ने 75.86 मिलियन टन कोयले का प्रेषण किया था।
बिजली घरों को भी एनसीएल ने पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के मुकाबले 4.26 प्रतिशत अधिक कोयला दिया है। चालू वित्त वर्ष के दिसंबर माह तक कंपनी ने बिजली घरों को 65.55 मिलियन टन कोयला दिया, जबकि पिछले वर्ष समान अवधि में 62.87 मिलियन टन कोयला दिया गया था। सिर्फ दिसंबर महीने की बात करें तो इस वर्ष दिसंबर महीने में कंपनी का कोयला उत्पादन एवं प्रेषण पिछले साल दिसंबर महीने में किए गए उत्पादन एवं प्रेषण से अधिक है। एनसीएल ने दिसंबर 2019 में 9.64 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया है जबकि दिसंबर 2019 में कंपनी ने 9.72 मिलियन टन कोयले का प्रेषण किया है।
गौरतलब है कि चालू वित्त वर्ष में एनसीएल को 106.50 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं प्रेषण करना है। अब तक के नतीजों को देखते हुए उम्मीद है कि कंपनी लक्ष्य से अधिक कोयला उत्पादन एवं प्रेषण करेगी। वित्तीय वर्ष 2018-19 में भी कंपनी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 101.50 मिलियन टन कोयला का उत्पादन व 101.59 मिलियन टन कोयला का प्रेषण किया था। दिन और रात लगातार काम करते हुए कंपनी देश की ऊर्जा सुरक्षा अहम भूमिका अदा कर रही हैं।