नई दिल्ली। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने दो अंतरिक्ष यात्रियों को निजी कंपनी स्पेसएक्स के अंतरिक्ष यान से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर भेज दिया। नौ सालों बाद पहली बार अमेरिकी धरती से कोई मानव मिशन अंतरिक्ष में भेजा गया।
एजेंसी अब अपने द्वारा उपयोग किए जाने वाले वाहनों की मालिक नहीं होगी, बल्कि अब केवल स्पेसएक्स द्वारा दी जाने वाली ‘टैक्सी’ सेवाएं ही खरीदेगी। दो अंतरिक्ष यात्री डग हर्ली और बॉब बेन्कन को क्रू ड्रैगन कैप्सूल में बिठाकर स्पेसएक्स के रॉकेट फाल्कन 9 के साथ स्थानीय समयानुसार शाम चार बजकर 22 मिनट पर भेजा गया है।
खराब मौसम के चलते अंतरिक्ष के लिए इस उड़ान में तीन दिन की पहले ही देर हो चुकी थी। अंतरिक्ष में जाने के दौरान वहां हवा की रफ्तार नियंत्रण के दायरे में रहने की जरूरत होती है। उनका गंतव्य अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) 19 घंटे की उड़ान की दूरी पर है।
I am thrilled to announce that SpaceX Dragon Capsule has successfully reached low Earth orbit, & our astronauts are safe and sound. With this launch, the decades of lost years & little action are officially over. A new age of American ambition has begun: US President Donald Trump https://t.co/E7dDOOfKOQ pic.twitter.com/MjdHh9HsKI
— ANI (@ANI) May 30, 2020
नासा के प्रशासक जिम ब्रिडेंस्टाइन ने रॉकेट की रवानगी के लिए पांच घंटे की उल्टी गिनती शुरू होने पर समाचार एजेंसी एपी से कहा, ‘बेशक, फ्लोरिडा में मई महीने में बिजली चमकने – बादल गरजने या आंधी-तूफान आने की समस्या रहती है। इसलिए यह आज सही है क्योंकि शायद मई में हर दिन और शायद जून में हर दिन यहां होगा।’ उन्होंने कहा कि हम इस अभियान की कामयाबी को 50:50 मान कर चल रहे हैं।
वहीं, स्पेसएक्स के मुख्य कार्यकारी और संस्थापक एलन मस्क ने ट्वीट किया, ‘बिजली चमकने के डर से बुधवार की उल्टी गिनती महज 17 मिनट के अंदर रोक दी गई। हालांकि, फाल्कन को ऐसे झटकों को बर्दाश्त करने में सक्षम बनाया गया है लेकिन मुझे नहीं लगता कि जोखिम मोल लेना बुद्धिमानी भरा होगा।’
27 मई को 17 मिनट पहले टला था मिशन
इससे पहले यह लॉन्चिंग 27 मई की रात को नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से होनी थी। मगर मौसम खराब होने की वजह से 17 मिनट पहले मिशन रोक दिया गया। ड्रैगन कैप्सूल और फाल्कन-9 रॉकेट की यह उड़ान किसी निजी कंपनी द्वारा अंतरिक्ष में मानव को भेजने का प्रथम अभियान है।
अतुलनीय क्षण : राष्ट्रपति ट्रंप
राष्ट्रपति ट्रंप ने इसे अतुलनीय क्षण बताया। वहीं, नासा प्रशासक जिम ब्रिडेंस्टाइन ने कहा कि नौ वर्षों में पहली बार, हमने अब अमेरिकी रॉकेट से अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को अमेरिकी धरती से लॉन्च किया है। मुझे इस क्षण को संभव बनाने के लिए नासा और स्पेसएक्स टीम पर बहुत गर्व है।
नासा ने इसलिए स्पेसएक्स को चुना
नासा 2000 के दशक की शुरुआत से ही आईएसएस मिशन पर काम कर रहा है। हालांकि, 2011 में उसने अपने रॉकेट से यह लॉन्चिंग करना बंद कर दी थी। इसके बाद अमेरिकी स्पेसक्राफ्ट रूस के रॉकेटों से भेजे जाने लगे। रूसी रॉकेट से लॉन्चिंग का खर्च लगातार बढ़ रहा था, ऐसे में अमेरिका ने स्पेसएक्स को बड़ी आर्थिक मदद देकर अंतरिक्ष मिशन के लिए मंजूरी दी। इस कंपनी ने 2012 में पहली बार अंतरिक्ष में अपना कैप्सूल भेजा। स्पेसएक्स कंपनी की स्थापना अमेरिकी अरबपति उद्यमी एलन मस्क द्वारा 2002 में की गई थी।
क्या रही प्रक्रिया
इसकी प्रक्रिया में क्रू ड्रैगन के पृथ्वी की कक्षा को छोड़ने में मदद के लिए पहले चरण में फॉल्कन-9 अलग होने से पहले 2.5 मिनट के लिए बर्न किया। जबकि दूसरी बार की प्रक्रिया में छह मिनट तक बर्न जारी रखेगा और फिर अलग हो जाएगा। इसके बाद तीसरी स्टेप में अंतरिक्ष यात्रियों ने फायर थ्रस्टर्स का परीक्षण किया और फॉल्कन-9 रॉकेट अलग होकर वापिस धरती पर लौट आया, क्योंकि यह एक री-यूजेबल रॉकेट है। अर्थात यह लॉन्च के बाद वापस लौट आता। जबकि ड्रैगन क्रू कैप्सूल इस दौरान अंतरिक्ष में पृथ्वी की कक्षा के चक्कर लगाने के बाद आईएसएस पहुंचेगा।