कारोबार में विस्तार
Goodricke Group का बिजनेस बहुत ही शानदार है. कंपनी का बल्क बिजनेस भी बहुत अच्छा है. एयर इंडिया, स्पाइस जेट और कोस्टा कॉफी जैसी कंपनियां गुडरिक की क्लाइंट हैं. प्रीमियम चाय का उत्पादन करने से नीलामी में गुडरिक को तवज्जो मिलती है जिससे कंपनी को मोटा मुनाफा मिलता है.
गुडरिक कंपनी लगातार क्षमता विस्तार कर रही है. कंपनी के पास चाय के 17 बागान हैं. कुछ समय पहले चाय कंपनी McLeod Russel ने अपने चाय बागान बेचे थे, जिनमें से सबसे बड़ा बागान गुडरिक ने ही खरीदा था. इस बागान को खरीदने के बाद गुडरिक के चाय उत्पादन में 10 लाख किलोग्राम का इजाफा हुआ है.
मुनाफा बढ़ाने पर जोर
गुडरिक (Goodricke Group) की इनकम फिलहाल 700 करोड़ रुपये के आसपास है. कंपनी के प्रबंधन का कहना है कि वह अगले 5 सालों तक आय को बढ़ाने पर ध्यान देंगे और जल्द ही इनकम को 1000 करोड़ रुपये तक ले जाएंगे.
भारत में चाय की खपत का आंकड़ा 780 ग्राम प्रति व्यक्ति है. और माना जा रहा है कि अगले 10 सालों में इस आंकड़े में बड़ा इजाफा होगा. रिटेल सेक्टर में कंपनी लगातार नए-नए ब्रांड लॉन्च कर रही है. उत्तर भारत में बिजनेस के विस्तार पर कंपनी ध्यान दे रही है.
Goodricke Group की बाजार पूंजी 460 करोड़ रुपये की है और 163 रुपये की बुक वैल्यू है. पिछले 10 सालों में 13 फीसदी का रिटर्न ऑन कैपिटल दिया है. 50 फीसदी का डिविडेंट पेआउट का रेश्यो है. पिछले 3 सालों में कंपनी ने 44 फीसदी सीएजीआर के हिसाब से मुनाफा बढ़ाया है.
अमेरिका-ईरान के तनाव का फायदा
Goodricke Group ऑर्थोडॉक्स चाय (Orthodox tea) भी बनाती है और इससे कंपनी को 25 फीसदी आय हासिल होती है. और ऑर्थोडॉक्स चाय का सबसे बड़ा खरीदार देश ईरान है. इस समय अमेरिका और ईरान के बीच चल रहे तनाव का कंपनी को फायदा मिल रहा है. गुडरिक ग्रुप ने ऑर्थोडॉक्स चाय के दाम बढ़ा दिए हैं और उधर, ईरान ने भी तेजी से ऑर्डर देने शुरू कर दिए हैं.