कोरबा (IP News). अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति सहित 500 से अधिक किसान संगठनों के देशव्यापी आह्वान पर छत्तीसगढ़ किसान आंदोलन से जुड़े छत्तीसगढ़ किसान सभा और छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के साथ जनवादी महिला समिति ने काले कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के साथ एकजुटता का प्रदर्शन किया और बांकी मोंगरा चैक और बालकोनगर में मोदी सरकार तथा किसान विरोधी कानूनों के पुतले जलाए।
प्रदर्शन को माकपा जिला सचिव प्रशांत झा, माकपा पार्षद राजकुमारी कंवर, सूरती कुलदीप, किसान सभा के प्रताप दास, जवाहर कंवर, नन्द लाल कंवर, महिला समिति की प्रदेश संयोजक धनबाई कुलदीप, छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के दीपक साहू, श्रमिक नेता एसएन बेनर्जी, जनक दास ने संबोधित किया।
छत्तीसगढ़ किसान सभा ने इस सफल आंदोलन के लिए किसान समुदाय और आम जनता का आभार व्यक्त किया और कहा है कि देश और छत्तीसगढ़ की जनता के साथ जिले में आज इन कानूनों के खिलाफ जो तीखा प्रतिवाद दर्ज किया है, इससे स्पष्ट है कि आम जनता की नजरों में इन कानूनों की कोई वैधता नहीं है और इन्हें निरस्त किया जाना चाहिए। जब तक ये कानून वापस नहीं लिए जाते, दिल्ली की नाकेबंदी जारी रहेगी और किसान समुदाय हर प्रकार के दमन का जवाब देने के लिए तैयार है।