नई दिल्ली (आईपी न्यूज)। हरियाणा की भाजपा सरकार पर 5,000 करोड़ रुपये के खनन घोटाले के आरोप लगे हैं। कांग्रेस ने यह आरोप कैग की रिपोर्ट के आधार पर लगाया है। राज्य के मुख्य विपक्षी दल ने यह भी आरोप लगाया कि अवैध खनन, जो मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाले शासन और खनन माफिया के बीच सांठगांठ का नतीजा था, न केवल राज्य के खजाने को नुकसान हुआ, बल्कि पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भारत के एक नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट पर प्रकाश डाला, जो हाल ही में राज्य विधानसभा में पेश की गई थी। उन्होंने दावा किया कि 31 मार्च, 2018 तक कैग की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कार्यकाल के दौरान खट्टर सरकार ने खनन ठेकेदारों से 1,476.21 करोड़ रुपये की वसूली नहीं की। सुरजेवाला के साथ हरियाणा कांग्रेस प्रमुख कुमारी शैलजा ने कहा राजनेताओं, नौकरशाहों और खनन माफियाओं के बीच मिलीभगत के कारण सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ। उन्होंने दावा किया कि खट्टर के नेतृत्व वाली सरकार का खनन घोटाला 5,000 करोड़ रुपये से अधिक का था। सरकारी लेखा परीक्षक ने अपनी रिपोर्ट मंें परियोजनाओं के निष्पादन में अनियमितताओं के कारण हरियाणा के खानों और भूविज्ञान विभाग में 1,476 करोड़ रुपये के नुकसान का पता लगाया था। कांग्रेस ने इसकी जांच उच्च न्यायालय के सीटिंग जज से कराने की मांग की है।