कोरबा (आईपी न्यूज)। कोरबा जिले में सिंचाई का रकबा बढ़ाने के लिये विशेष अभियान चलाने की तैयारी शुरू हो गई है। अभी से बरसात के पहले तक जिले में लगभग एक हजार पाॅंच सौ हेक्टेयर रकबे की फसल तक पानी पहुंचाने के लिये विस्तृत कार्य-योजना अगले पांच दिनों में तैयार होगी। गुरुवार को कलेक्टर किरण कौशल ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास, जल संसाधन विभाग और खनिज न्यास मद के अधिकारियों की बैठक में किसानों को खेती के लिये सिंचाई का पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने पर गहन विचार-विमर्श किया।
बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों से जिले की सभी सिंचाई परियोजनाओं से रूपांकित सिंचाई क्षमता और वास्तविक सिंचाई के रकबे के बारे मंे जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि जिले मंे सभी परियोजनाओं की कुल रूपांकित सिंचाई क्षमता 21 हजार 388 हेक्टेयर है और उनमें से केवल 13 हजार 794 हेक्टेयर क्षेत्र में ही वास्तविक सिंचाई हो पा रही है। कलेक्टर ने रूपांकित क्षमता और वास्तविक सिंचाई रकबे के अंतर को खतम करने के लिये क्रमबद्ध वार्षिक कार्य-योजना बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्रीमती कौशल ने चालू वर्ष मंे अगले चार महीनों में बारिश के पहले इसमें से एक हजार पाॅच सौ हेक्टेयर क्षेत्र तक सिंचाई का पानी पहुॅंचाने के लिये नहरों की सफाई, मिट्टी बोल्डर के काम आदि शुरू करने के निर्देश जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने इन कामों के लिये आवश्यकतानुसार महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी एक्ट के तहत् प्रस्ताव तैयार कर तत्काल प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्मित परियोजनाओं में से अधिकतम सिंचाई के लिये जरूरी सुझाव और कार्यवाही की भी योजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिये ताकि अधिक से अधिक किसानों को खेती के लिये सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करायी जा सके।
कलेक्टर ने हसदेव बांगो परियोजना के डूबान क्षेत्र में बनी बुका-सतरेंगा झील से लगे गांवों में सिंचाई की सुविधा विकसित करने के लिये विस्तृत सर्वे करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। बरसात के मौसम में इस झील में जलभराव और गर्मी में पानी के उतर जाने की स्थिति को देखते हुये अधिकारियों से विस्तृत सिंचाई योजना बनाने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। उन्होंने बांगो बांध के इस पानी को आसपास के गांवों के क्लस्टर बनाकर सामुदायिक उद्वहन सिंचाई योजनाओं की तर्ज पर खेतांे को सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने जैसी योजना बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। बांगो बांध का पानी खेतों तक पहुॅंचाने के लिये सौर उर्जा चलित लिफ्ट इरीगेषन सिस्टम की स्थापना और सिंचाई के बाद खेतों में फसलें लगाने के लिये किसानों को तैयार करने की जिम्मेदारी कृषि विभाग के अधिकारियों की होगी। सिंचाई सुविधा विकसित होने के बाद उपर्युक्त फसलों की खेती की भी कार्य-योजना प्रस्तुत करने के निर्देश कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारियों को दिये हैं।