कोरबा (आईपी न्यूज)। कोरबा जिले में अभी तक कोरोना संक्रमण के कारण किसी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है। कोरबा में अब तक 47 संक्रमित लोगों की पहचान हुई है जिनमें से 29 लोग इलाज के बाद ठीक होकर वापस अपने घर लौट गए हैं। 18 लोगों का इलाज बिलासपुर, रायपुर, कोरबा के विशेष कोविड अस्पतालों में चल रहा है। यह जानकारी प्रशासन ने दी है।
बिहार से कुछ समय पहले कोरबा लौटे वसीर खान की मौत कोरोना से नहीं हुई है। वसीर खान बुधवारी बाजार इलाके के रहवासी थे। वे कुछ दिन पहले ही बिहार से वापस कोरबा लौटने पर उन्हें और मिनीमाता गल्र्स कालेज परिसर में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन किया गया था। कोविड-19 प्रोटोकॅाल के अनुसार वसीर खान के गले व नाक का स्वाब सेम्पल 23 मई को जांच के लिए एम्स रायपुर भेजा गया था। जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
जिला अस्पताल के अधीक्षक सह सिविल सर्जन डा. अरूण तिवारी ने बताया कि वसीर खान को कल रात सीने में दर्द व सांस लेने में परेशानी पर परिजनों द्वारा अस्पताल लाया गया था जहां एमरजेंसी वार्ड में इस भर्ती किया गया था। परिजनों ने मरीज को भर्ती करते समय उनके बिहार से वापस लौटने तथा क्वारेंटाइन सेंटर में रहने की बात नहीं बताई थी। डा. तिवारी ने बताया कि वसीर खान पहले से ही हृदय रोग से पीड़ित थे तथा हृदय रोग के इलाज के लिए दवाइयां ले रहे थे। जिला अस्पताल में भर्ती के बाद देर रात वसीर खान की हालत बिगड़ने पर उन्हें बिलासपुर सिम्स अस्पताल के लिए रिफर किया गया था। परंतु बिलासपुर पहुंचने से पहले ही रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। डा. अरूण तिवारी ने बताया कि वसीर खान का मृत शरीर मरच्यूरी में रखा गया है। जिसे जरूरी शासकीय प्रक्रिया के बाद परिजनों को सौंपा जाएगा।