कोरबा (IP News). छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के हसदेव ताप विद्युत गृह (एचटीपीएस ) कोरबा पश्चिम के नए मुख्य अभियंता आरके श्रीवास ने पदभार संभाल लिया है। इससे पहले वे अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह मड़वा में सेवाएं दे रहे थे। इस अवसर पर श्री श्रीवास ने कहा कि संयंत्र से निरंतर व उच्च गुणवत्ता का विद्युत उत्पादन करना उनका प्रमुख लक्ष्य है। नए मुख्य अभियंता ने एचटीपीएस के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बीच कार्य सामंजस्यता की प्रशंसा की और इसे आगे भी ऐसे ही बनाए रखने का आग्रह किया। पिछले वर्ष अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह के इकाई क्रमांक 02 में तकनीकी खराबी आ गई थी। इस इकाई को कोविड-19 मुश्किल समय व लाॅकडाउन के दौरान बड़े प्रयासों के बाद प्रचालन में लाया गया था, इसे श्री श्रीवास अपने कार्यकाल की बड़ी उपलब्धि मानते हैं।
नए मुख्य अभियंता के बारे में
मुख्य अभियंता श्री श्रीवास ने वर्ष 1982 में शासकीय इंजीनियरिंग काॅलेज जबलपुर से इंलेक्ट्राॅनिक्स एवं टेलीकम्युनिकेशन में बीई की डिग्री हासिल की है। उनके पिताजी स्वर्गीय बद्रीप्रसाद श्रीवास छत्तीसगढ़ में न्यायिक सेवा में पदस्थ रहे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा जगदलपुर, दुर्ग और अंबिकापुर के अलग-अलग स्कूलों में हुई है। नए मुख्य अभियंता ने अपनी 38 साल की कुल सेवा अवधि में अपने जीवन के चुनौतीपूर्ण कार्यों को बताते हुए कहा कि उन्होंने खेदामारा (भिलाई) में लोड डिस्पैच सेंटर में ग्रिड माॅनिटरिंग सिस्टम ‘स्काॅडा’ को अल्प अवधि में ही सफलतापूर्वक शुरू किया था। कोरबा पश्चिम में पदस्थापना के दौरान उन्होंने अमेरिका में डाटा एक्वीजिशन सिस्टम का प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
13 दिसंबर 1982 को श्री श्रीवास की नियुक्ति मप्र विद्युत मंडल में हुई और वे कोरबा पश्चिम में पदस्थ किए गए थे। उन्होंने 1998 तक कोरबा पश्चिम में सेवाएं दी हैं। छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद उन्हें लोड डिस्पैच सेंटर खेदामारा (भिलाई) में नियुक्ति मिली। वे वर्ष 2005-2017 तक मुख्यालय रायपुर में पीआरजी में कार्य करते हुए मड़वा प्रोजेक्ट का कार्य संभालते रहे। वर्ष 2018 से 2019 तक उन्होंने क्रय एवं कार्य विभाग में अतिरिक्त मुख्य अभियंता के तौर पर सेवाएं दीं हैं। पावर कंपनी द्वारा उन्हें पदोन्नति मिलने के बाद उन्होंने जनवरी 2020 में अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह में मुख्य अभियंता का पदभार संभाला था।