भिलाई (IP News). ऑक्सीजन के बिना मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। प्रकृति ने पेड़-पौधों व जलवायु के माध्यम से ऑक्सीजन की चादर तान रखी है। परन्तु ऑक्सीजन की महत्ता तब और बढ़ जाती है, जब मानव बीमार पड़ता है और अस्पताल में भर्ती हो जाता है। तब मानव के जीवन रक्षा के लिये सिलेंडरों में बंद ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है। सिलेंडरों में भरे ये ऑक्सीजन जीवन रक्षक बन जाते है। कोरोना के इस संकटकाल में मानव ने इन ऑक्सीजन सिलेंडर्स की असली मूल्य को जाना है। बीएसपी बिरादरी ने भी ऑक्सीजन के इस बढ़ते जरूरत को बड़ी सिद्धता से महसूस किया है। यही वजह है कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने मेडिकल क्षेत्र में ऑक्सीजन की आपूर्ति को निर्बाध गति से कायम रखा। बीएसपी अस्पतालों के साथ-साथ देश के विभिन्न प्रदेशों को भी ऑक्सीजन की आपूर्ति की है।

भिलाई की ऑक्सीजन बनी जीवनरेखा

यह सर्वविदित है कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र अपने उत्कृष्ट कार्यों से पूरे देश में नया मुकाम हासिल किया है। जहां सेल-बीएसपी ने अपने क्वालिटी स्टील से देश को मजबूती दी है, वहीं कोरोना संकट में भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा उत्पादित ऑक्सीजन ने लाखो लोगों को जीवनदान दिया है। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा संचालित ऑक्सीजन प्लांट-2 तथा “बिल्ड, ओन व आॅपरेट” अर्थात् बीओओ-आधारित ऑक्सीजन प्लांट-3 से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का निरन्तर उत्पादन किया जा रहा है।

कोरोना मरीजों का जीवनरक्षक है, भिलाई का ऑक्सीजन

कोरोना काल में भिलाई इस्पात संयंत्र का यह लिक्विड मेडिकल आॅक्सीजन जीवनदायिनी बना हुआ है। आज भिलाई के आॅक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति से बीएसपी के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र में असंख्य मरीजों की जान बचाई जा सकी है। जहाँ कोरोना के गंभीर मरीजों को बचाने में इनका उपयोग किया जा रहा है, वहीं अन्य क्रीटिकल बीमारियांे में भी इसका उपयोग लोगों के जीवन बचाने में किया जा रहा है। आॅक्सीजन प्लांट-2 ने अगस्त-2020 से मार्च-2021 के मध्य विभिन्न प्रकार के कुल 3383 आॅक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति की है। जिसमें 6 नाॅर्मल क्यूबिक मीटर वाले 2115 एवं 2.6 नाॅर्मल क्यूबिक मीटर वाले 549 तथा 1.3 नाॅर्मल क्यूबिक मीटर वाले 719 आॅक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई की है। बीएसपी द्वारा जिला प्रशासन को भी मदद स्वरूप आकस्मिक रूप से आॅक्सीजन सिलेंडर्स उपलब्ध करा रहा है। अस्पताल के विभिन्न वार्डाें से लेकर आईसीयू तक इन आॅक्सीजन सिलेंडर्स ने हजारो मरीजों का जीवन बचाने में सफलता पायी है।

दूसरे प्रदेशों के लिए भी है जीवनदायिनी

इसी प्रकार आॅक्सीजन प्लांट-2 तथा मेसर्स प्राक्स एयर द्वारा संचालित आॅक्सीजन प्लांट-3 द्वारा लिक्विड मेडिकल आॅक्सीजन की निरन्तर आपूर्ति की जा रही है। यहां से देश के विभिन्न प्रदेशों में मेडिकल आॅक्सीजन की सप्लाई किया जा रहा है। इनमें प्रमुख है-मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, गुजरात, कर्नाटक तथा छत्तीसगढ़ आदि। सेल-बीएसपी के आॅक्सीजन प्लांट-2 तथा मेसर्स प्राक्स एयर द्वारा संचालित आॅक्सीजन प्लांट-3 से अगस्त-2020 से मार्च-2021 के मध्य कुल 13,002 मिट्रिक टन लिक्विड मेडिकल आॅक्सीजन की आपूर्ति की जा चुकी है, जो देश के विभिन्न शहरों में संचालित अस्पतालों में लोगों के जीवन बचाने में अहम भूमिका निभा रहे है।

इसमें से आॅक्सीजन प्लांट-2 द्वारा 55 मीट्रिक टन तथा मेसर्स प्राक्स एयर द्वारा संचालित आॅक्सीजन प्लांट-3 द्वारा 12,947 मिट्रिक टन लिक्विड मेडिकल आॅक्सीजन की सप्लाई की गई है। इसमें तेलंगाना को 5921, मध्यप्रदेश को 2640, छत्तीसगढ़ को 1955, महाराष्ट्र को 999, आंध्रप्रदेश को 665, उत्तरप्रदेश को 389, उड़ीसा को 190, गुजरात को 154 तथा कर्नाटक को 89 मिट्रिक टन लिक्विड मेडिकल आॅक्सीजन की आपूर्ति की गई है।

भिलाई की इस्पात बिरादरी ने देश के विभिन्न भागों में निर्बाध आक्सीजन आपूर्ति को बनाये रखते हुए लोगों के जीवन बचाने की अपनी प्रतिबद्धता को बखूबी निभा रहा है।

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