धनबाद। कोल माइंस भविष्य निधि संगठन में घोटाला करने वाले अधिकारियों की सूची लंबी होती जा रही है। जांच के दौरान संलिप्त अधिकारियों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। पहले चरण में सात अधिकारियों का नाम ही सामने आया था। सीवीसी के गाइड लाइन के आधार पर इंक्वायरी इसी सप्ताह से शुरू हो गई है। बीसीसीएल सीएमडी पीएम प्रसाद ने इंक्वायरी को लेकर दिशा निर्देश जारी करते हुए सभी संलप्ति अधिकारियों को नोटिस जारी किया है।
घोटाले को बीसीसीएल कर्मियों ने स्थानीय प्रबंधन व सीएमपीएफ कर्मचारियों के साथ मिलकर इसको अंजाम दिया था। घोटाला सेवानिवृत्ति की उम्र एक साल शेष बताकर किया गया। दस्तावेज में हेराफेरी कर 209 कर्मियों ने 90 फीसद राशि समय से पहले ही निकाल ली। इसकी पुष्टि बीसीसीएल व सीएमपीएफ विजिलेंस की जांच में हो चुकी है। बताया जाता है कि करीब 21 करोड़ की राशि निकासी की गई। जिसमें 303 फाइलों की जांच की गई थी।
किस क्षेत्र के कितने मामले
लोदना 209
बस्ताकोला 75
ईस्टर्न झरिया 02
वेस्टर्न झरिया 11
दो अधिकारी बनाए गए इंक्वायरी अफसर
बीसीसीएल के पूर्व काॢमक महाप्रबंधक एएन पाठक व सतीश कुमार सिन्हा चीफ मैनेजर सीपी सेक्शन को जांच अधिकारी बनाया गया है। संलप्ति अधिकारयों को नोटिस दो सप्ताह पहले जारी कर दिया गया था। इंक्वायरी शुरू होते ही अधिकारियों में हड़कप मचा हुआ है।
इन अधिकारियों के खिलाफ जांच
- राजेश कुमार, सीनियर मैनेजर डब्ल्यूडब्ल्यूजे एरिया
- राम सरिक राम, सीनियर मैनेजर डब्ल्यूडब्ल्यूजे एरिया
- प्रबोध मुखोपाध्याय डिप्टी मैनेजर बंककोला कोलियरी ईसीएल
- मनीष कुमार अंबष्ठ डिप्टी मैनेजर गिद्दी कोलियरी सीसीएल
- प्रभात कुमार डिप्टी मैनेजर पीबी एरिया
- योगेंद्र कुमार बिरूली डिप्टी मैनेजर पीबी एरिया
- चंद्र प्रकाश डिप्टी मैनेजर कुसुंडा एरिया
- राणा संतोष सिंह डिप्टी मैनेजर कार्मिक, कतरास
- राकेश, मैनेजर, सिजुआ
- प्रणव कुमार ओझा, डिप्टी मैनेजर मुनीडीह वाशरी
- उपेंद्र बुधा मैनेजर एमसीएल मुख्यालय
- सुरेश कुमार डिप्टी मैनेजर बैकुंठपुर एरिया, एसईएसएल
- शैलेज अर्जुन, डिप्टी मैनेजर डब्ल्यूसीएल
- अमिताभ चरण सिन्हा महाप्रबंधक कार्मिक, डब्ल्यूसीएल
- निभाई चंद्र घोष सीनियर मैनेजर पीएंडपी विभाग, बीसीसीएल
source : Dainik Jagran