अमित शाह पर हमला करते हुए बाघेल ने कहा कि शाह के शासन के आखिरी सात माह में देश के लोग सड़क पर आ गए। उन्होंने कहा कि एक और शाह क्रोनोलॉजी- सीएए, एनआरसी, एनपीआर की बात करते हैं लेकिन मोदी जी कहते हैं कि कोई एनआरसी लागू नहीं होगा। अब सवाल ये है कि कौन सच बोल रहा है। इससे मालूम पड़ता है कि शाह और मोदी दोनों के बीच अंदरूनी विवाद चल रहा है।
उन्होंने कहा कि आज देश मंदी से जूझ रहा है, गरीबी और बेरोजगारी से जूझ रहा है लेकिन इसकी बात कोई नहीं कर रहा। ये लोग जरूरी मुद्दों से ध्यान भटका रहे हैं और नागरिकता पर ध्यान खींच रहे हैं। अगर कोई आपसे आपकी भारतीय नागरिकता साबित करने को कहता है तो ये बहुत ही प्रताड़ित करने वाला सवाल होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां कई तरह के मुद्दे हैं। मेरे राज्य में 40 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा के नीचे हैं और ज्यादातर के पास जमीन नहीं वो क्या नागरिकता साबित करेंगे। बाघेल के इस बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस को पहले अपने विवाद निपटाने की सलाह दी है। गौरी शंकर श्रीवास ने एचटी से कहा कि- उन्हें कांग्रेस पार्टी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो आंतरिक संघर्ष से पीड़ित है। भाजपा का किसी भी स्तर पर कोई संघर्ष नहीं है।