कोरबा (IP News). भूप्रभावित सात ग्रामीणों को छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी में सुरक्षा कर्मचारी के पद पर नियुक्ति मिली है। इन्हें हसदेव ताप विद्युत संयंत्र कोरबा पश्चिम में पदस्थ किया गया है। नियुक्त हुए ग्रामीणों ने बताया कि मुख्य अभियंता (मानव संसाधन), छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी की ओर से 29 जनवरी 2021 को आदेश जारी किया गया है, जिसके अनुसार उन्हें अस्थायी रूप से दो साल की परिवीक्षा अवधि पर नियुक्ति मिली है।
इनमें राकेश कुमार बिंझिया पिता राजकुमार बिंझिया, ग्राम डोडकधरी, आनंद दास पिता नोहरदास निवासी ग्राम डोडकधरी, अश्वनी कुमार लहरे पिता गोरेलाल लहरे निवासी ग्राम डोडकधरी, दुबराज कुमार पिता अर्जुन निवासी ग्राम डोडकधरी, देवनारायण यादव पिता महेत्तराम यादव निवासी ग्राम बिरबिट, समार कुंवार सोनीकर पति मुरलीधर सोनीकर निवासी ग्राम गोपालपुर, बलराम दास पिता चमारदास निवासी ग्राम डोडकधरी शामिल है।
इन ग्रामीणों की भूमि हसदेव ताप विद्युत संयंत्र की 1×500 मेगावाट विस्तार परियोजना के राखड़ बांध निर्माण एवं पाइप लाइन विस्तार के लिए छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी द्वारा अधिग्रहित की गई थी। ग्राम गोपालपुर, बिरवट, डोडकधरी, पंडरीपानी, छिरहुट, डिंडोलभांठा के भू-अधिग्रहण प्रभावित ग्रामों के कुल 269 खातेदारों-भूस्वामियों द्वारा रोजगार के लिए परिवार के सदस्यों को नामांकित कराया गया है। इनमें से अधिकांश सदस्यों को उनकी पात्रता एवं शैक्षणिक योग्यता अनुसार छत्तीसगढ़ शासन की आदर्श पुनर्वास नीति 2007 यथा संशोधित के तहत विभिन्न पदों जैसे कि कार्यालय सहायक श्रेणी-तीन, संयंत्र परिचारक श्रेणी -दो एवं तीन, सुरक्षा परिचारक एवं भृत्य के पद नियुक्ति प्रदान की गईं हैं।
269 खातेदारों में से अधिकांश नामांकित सदस्यों को पावर कंपनी द्वारा नियुक्ति दी जा चुकी हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार कुछ खातेदारों द्वारा नामांकन प्रस्तुत किया गया है। उनके नामांकन का परीक्षण मुख्यालय स्तर पर किया जा रहा है। गौरतलब है कि भूमि अधिग्रहण अधिनियम 1894 अनुसार धारा (4)-1 का प्रकाशन वर्ष 2005 में किया गया था। इसके आधार पर अधिग्रहित भूमि के एवज में खातेदारों को राज्य शासन के नियमानुसार उचित मुआवजा भी दिया गया है।