रायपुर (IP News). छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। 11 सितंबर की स्थिति में राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 58 हजार 643 पर थी। एक्टिव केस 31 हजार 2 पर थे। 518 लोगों की मौत हो चुकी है। इधर, रायपुर स्थित श्री नारायणा हॉस्पिटल के प्रबंधक अतुल सिंघानिया के अनुसार राज्य में कोरोना की स्थिति भयावह हो गई है। श्री सिंघनिया ने फेसबुक पर अपनी पोस्ट में लिखा कि :
आज से तीन माह पहले कोरोना वायरस के मामले में छत्तीसगढ़ का रिकवरी रेट सर्वश्रेष्ठ था। साथ ही मोर्टेलिटी रेट देश में सबसे कम थी।
लेकिन आज स्थिति पूरी तरह से उलट है – मौतें बेलगाम हैं, साथ ही रिकवरी रेट में छत्तीसगढ़ पूरे देश में सबसे पीछे हो गया है। कोरोना वायरस से ग्रसित लोगों को स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त करने के लिए भी बहुत संघर्ष करना पड़ रहा है क्योंकि जिस संख्या में रोज़ मरीज निकल कर आ रहे हैं, उतनी संख्या में अस्पतालों में बेड एवं अन्य सुविधाएं नही हैं।
आखिर इस विकराल स्थिति के पीछे क्या कारण है – क्या प्रदेश के लोग एतिहात बरतना छोड़ दिये हैं या शासन – प्रशासन से छत्तीसगढ़ में कोरोना के संभावित खतरे को आंकने में और उससे संबंधित जरूरी तैयारियां करने में चूक हुई है?
जिस प्रकार आइस बर्ग की केवल टिप को देखकर उसके नीचे की चट्टान का आंकलन करने में टाइटैनिक जहाज के कप्तान से चूक हुई थी और उस आइस बर्ग से टकराकर टाइटैनिक जहाज डूब गया था, क्या उसी प्रकार छत्तीसगढ़ ने भी विगत कुछ महीनों में कोरोना का केवल टिप देखा और उससे जुड़े वास्तविक खतरे को नज़र अंदाज़ करते हुए उससे लड़ने के उपाय नहीं किये?
ईश्वर से यही प्रार्थना है कि हम सबको सुरक्षित रखें और इस महामारी का शीघ्र अंत करे।