रायपुर (IP News). कोरोना संकट में बच्चों की निरंतर पढ़ाई जारी रखने में पढ़ई तुंहर दुआर, पढ़ई तुंहर पारा, लाउडस्पीकर स्कूल इत्यादि नवाचारी गतिविधियों में स्वैच्छिक रूप से भागीदारी निभाने वाले शिक्षकों को शिक्षक दिवस के अवसर पर आज से ऑनलाईन प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए जाने की शुरूआत हो गई है। स्कूल शिक्षा विभाग ने अब तक 16 हज़ार 209 शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशस्ति-पत्र जारी कर दिया है। शिक्षकों ने ऑनलाइन प्रशस्ति-पत्र प्राप्त करना शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई के लिए स्वैच्छिक भागीदारी निभाने पर इन सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होने शिक्षकों से आव्हान किया है कि वे भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधकृष्णन द्वारा दिए गए संदेश को आत्मसात कर आने वाले पीढ़ी के लिए बेहतर भविष्य गढ़ें। मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि शिक्षकों का यह सम्मान आगे भी जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि मंत्री डॉ. टेकाम ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रदेश में लागू करने के लिए शिक्षा अधिकारियों से विचार मंथन के दौरान कोरोना काल में स्वेच्छा से भागीदारी करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करने के निर्देश दिए थे।
शिक्षक दिवस के अवसर पर पढ़ई तुंहर पारा के संचालन हेतु 7018, लाउडस्पीकर स्कूल के संचालन के लिए 563, बुलटू के बोल के माध्यम से पालकों तक ऑडियो ट्रांसफर के लिए 324, नियमित ऑनलाइन कक्षाएं लेने के लिए 4834, डिजिटल सामग्री अपलोड करने के लिए 64, डिजिटल सामग्री की गुणवत्ता की जाँच कर बेहतर सामग्री को एप्रूव करने के लिए 226, जिला स्तरीय मॉनिटरिंग अधिकारी के रूप में 31, विकासखण्ड स्तरीय मॉनिटरिंग अधिकारी के रूप में 210, संकुल स्तरीय मॉनिटरिंग अधिकारी के रूप में 2887, जिला सहायक कार्यक्रम समन्वयक के रूप में 22, जिलों में बेहतर कार्य कर रहे शिक्षकों के ब्लॉग लिखने के लिए 28 सहित कुल 16 हजार 209 शिक्षकों के लिए ऑनलाइन प्रशस्ति-पत्र जारी किए गए।
यह प्रशस्ति-पत्र पढ़ई तुंहर पारा के संचालन, लाउडस्पीकर स्कूल, बुलटू के बोल के माध्यम से पालकों तक ऑडियो ट्रान्सफर, नियमित ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने, डिजिटल सामग्री अपलोड करने, डिजिटल सामग्री गुणवत्ता की जाँच कर बेहतर सामग्री को एप्रूव करने, शिक्षकों के ब्लॉग लिखने, जिला, ब्लॉक और संकुल स्तर के मॉनिटरिंग अधिकारी तथा जिला सहायक कार्यक्रम समन्वयक के रूप में कार्य करने वाले शिक्षकों को प्रदान किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि नवाचारी शिक्षकों को आगे भी सम्मान प्रदान किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम के अंतर्गत कुल 32 लाख 29 हजार 4 सौ 24 विद्यार्थी लाभान्वित हुए हैं।