मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन को तीन मई के बाद हटाने की रणनीति तैयार करने के लिए वित्त सचिव एस कृष्णन की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है। उन्होंने कहा कि यह रणनीति चरणबद्ध तरीके वाली हो सकती है। 20 अप्रैल के बाद किन उद्योगों को चलने की इजाजत दी जाए, उस पर चर्चा कर समिति फैसला लेगी।

मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों की एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद संवादददाता सम्मेलन में कहा, ”यह रोग एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा, ”यह अमीरों का रोग है। जिन लोगों ने विदेश यात्रा की या अन्य राज्यों की यात्रा की, वे इसे (तमिलनाडु में) लेकर आए। यह यहां उत्पन्न नहीं हुआ।” पलानीस्वामी ने कहा कि बृहस्पतिवार (16 अप्रैल) को राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से एक और व्यक्ति की मौत होने के साथ मृतकों का आंकड़ा बढ़ कर 15 हो गया। संक्रमण के 25 नए मामले सामने आने के साथ कुल मामले बढ़ कर 1267 हो गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वेंटीलेटर, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) और मास्क के पर्याप्त भंडार हैं। उन्होंने कहा कि राज्य ने त्वरित जांच किट के लिये चीन को जो आर्डर दिया था उसे किसी अन्य देश को भेज दिया गया और यहां तक कि केंद्र भी मेडिकल सामग्री की खेप का इंतजार कर रहा है। उन्होंने कहा कि करीब 180 लोगों को इलाज के बाद अब तक अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यह आंकड़ा बुधवार (15 अप्रैल) तक 118 था।

पलानीस्वामी ने कहा कि नए मामलों की कम संख्या से यह प्रदर्शित होता है कि सरकार संक्रमण के प्रसार को रोक पा रही है। बुधवार को नए मामले 38 थे, जो मंगलवार के 31 मामलों से कुछ अधिक थे जबकि इससे पहले के हफ्तो में यह संख्या अधिक थी। राज्य में सोमवार (13 अप्रैल) को 98 नए मामले और रविवार (12 अप्रैल) को 106 मामले सामने आए। महामारी से निपटने में सरकार की दक्षता पर विपक्षी पार्टी द्रमुक के सवाल उठाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ”द्रमुक एक ऐसी पार्टी है जो सिर्फ आलोचना करती है।” उन्होंने खेद जताया कि महामारी पर राजनीति की जा रही। इस बीच, पुलिस ने घोषणा की कि वह जब्त किए गए वाहनों को लौटा रही है।

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