अप्रैल- अगस्त 2020 में भारत के 12 प्रमुख बंदरगाहों पर थर्मल और कोकिंग कोयले के आयात में 27.93 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई । इस दौरान थर्मल कोयला आयात 25.42 प्रतिशत घटकर 28.93 मीट्रिक टन और कोकिंग कोल शिपमेंट 31.87 प्रतिशत घटकर 16.84 मीट्रिक टन रह गया। इंडियन पोर्ट्स एसोसिएशन (IPA) के अनुसार केंद्र के नियंत्रण में इन 12 प्रमुख बंदरगाहों पर कोयले की मात्रा अगस्त में कम हो गई। आईपीए, जो इन बंदरगाहों द्वारा संचालित कार्गो डेटा को रखता है, ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहा कि थर्मल कोल और कोकिंग कोल पिछले वर्ष तुलना में थर्मल कोल और कोकिंग कोल की हैंडलिंग क्रमशः 25.42 प्रतिशत और 31.87 प्रतिशत रही। थर्मल और कोकिंग कोल हैंडलिंग में अप्रैल-जुलाई की अवधि में इन बंदरगाहों पर 30.73 प्रतिशत की गिरावट के साथ 36.7 मीट्रिक टन देखी गई। थर्मल कोयला भारत के ऊर्जा कार्यक्रम का मुख्य आधार है क्योंकि 70 प्रतिशत बिजली उत्पादन सूखे ईंधन पर निर्भर है, जबकि कोकिंग कोल का उपयोग मुख्य रूप से स्टील बनाने के लिए किया जाता है।