नई दिल्ली। कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) खाते में कंपनी और कर्मचारी दोनों की ओर से किए जा रहे योगदान को अगले तीन महीनों (जून, जुलाई और अगस्त) के लिए 12 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी कर दिया है। इस कदम के बारे में कहा गया है कि इससे कर्मचारियों की टेक होम सैलरी (हाथ में अधिक पैसा) बढ़ेगी। इस फैसले पर वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि इस कदम से टेक होम सैलरी जरूर बढ़ेगी लेकिन कर देनदारी का बोझ भी अधिक होगा।
इस तरह हाथ में आएगा अधिक पैसा
मान लेते हैं कि अभी आपका मूल वेतन और महंगाई भत्ता मिलकार 50 हजार रुपये है। इस रकम का 12 फीसदी आपको पीएफ खाते में प्रति माह योगदान देना होता है। यानी 6000 हजार रुपये का योगदान आप प्रति माह देते हैं। इतनी ही रकम का योगदान आपका नियोक्ता करता है। यानी कुल 12000 रुपये का योगदान प्रति माह पीएफ खाते में अभी तक होता है। वित्त मंत्री द्वारा 2% की कमी करने से कुल योगदान 24 फीसदी से घटकर 20 फीसदी हो जाएगा। यानी पीएफ खाते में 10 हजार रुपये ही जमा करना होगा। इस तरह आपके हाथ में 1000 रुपये प्रति माह बढ़कर आएगा।
इस तरह बढ़ेगी कर की देनदारी
फिनसेफ इंडिया के संस्थापक, मृण अग्रवाल के अनुसार, ईपीएफ में योगदान घटने से व्यक्तिगत करदाताओं को उनके टैक्स स्लैब के अनुसार बोझ बढ़ेगा। जो करदाता उच्च स्लैब में आते हैं उनको अधिक कर चुकाना होगा। अगर उच्च श्रेणी के करदाता की सैलरी में 1000 रुपये का इजाफा होता है तो उसके हाथ में 700 रुपये ही आएगा। 300 रुपये कर चुकाने में चला जाएगा। कर देनदारी से बचने के लिए वह आयकर की धारा 80सी के तहत अधिक निवेश कर छूट पा सकता है।
रिटायरमेंट फंड भी असर होगा
रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए ईपीएफओ एक बेहतरीन माध्यम है। रिटायरमेंट के बाद एक मुश्त बड़ी रकम मिलती है। ईपीएफओ में योगदान कम करने से रिटायरमेंट कॉर्पस पर भी असर होगा। ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि इस कटौती से वेतनभोगी वर्ग को लाभ कम और नुकसान अधिक होगा।
कंपनी क्या करेगी इस पर स्पष्टता नहीं
विशेषज्ञों का कहना है कि ईपीएफ में कम योगदान से कंपनी को दो फीसदी की बचत होगी। सरकार का कहना है कि इस कदम से कर्मचारियों के हाथ में अधिक पैसा आएगा। यह माना लिया गया है कि कंपनी बचत की रकम कर्मचारी की टेक-होम सैलरी में जोड़ देगी लेकिन इसको लेकर कोई स्पष्टता नहीं है। कंपनी यह रकम जोड़ भी सकती है और नहीं भी। जब तक सरकार नोटिफिकेशन जारी कर सभी पहलुओं को नहीं बताती है तस्वीर साफ नहीं होगी।