कोरबा (IP News). छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित कुसमुंडा क्षेत्र की आबोहवा रविवार को भी खतरनाक स्तर पर बनी हुई है। प्रातःकाल में इस क्षेत्र का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 1600 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर से उपर बना हुआ है। दिवाली की रात इलाके का एक्यूआई 2300 को पार कर गया था। आंकड़े बताते हैं कि कुसमंडा गेवरा बस्ती एरिया में प्रदूषण की स्थिति कितनी भयावह है।
यहां बताना होगा कि इस क्षेत्र में एसईसीएल की कोयला खदान स्थित है। खदान से रोजाना बड़ी संख्या में भारी वाहनों के माध्यम से कोयले की निकासी व परिवहन होता है। क्षेत्र की सड़कों की भी बदतर स्थिति है। इस कारण पूरा इलाका धूल से सराबोर रहता है। दूसरा यह कि बस्ती क्षेत्र में रहने वाले निवासी ईंधन के रूप में कोयले का उपयोग करते हैं। ठंड के सीजन प्रदूषण के हालात और गंभीर हो जाते हैं। कुसमुंडा गेवरा बस्ती एरिया का एक्यूआई ज्यादातर गंभीर स्थिति में रहता है। प्रदूषण की स्थिति का पता लागने के लिए इमलीछापर तिराहे पर निजी संस्था सार्थक एवं ग्रीन पीस व एनवायरोनिक्स ट्रस्ट द्वारा आधुनिक प्रदूषण मापक यंत्र स्थापित किया गया है। इसके अलावा 13 और स्थानों पर प्रदूषण मापा जाता है।
जबकि सरकारी एजेंसी यानी छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने इस इलाके में प्रदूषण मापने के लिए कोई उपकरण नहीं लगाए हैं। एसईसीएल प्रबंधन प्रदूषण मापने का दावा करता है, लेकिन प्रबंधन के उपकरण सार्वजनिक नहीं है। देखें क्षेत्रवार प्रदूषण का स्तर:
क्षेत्र AQI PM2.5 PM10
कुसमुंडा- गेवरा बस्ती- 1680 918 1454
(नोट – आंकड़े 15 नवम्बर की 10.30 से 11 बजे के बीच के हैं)
कितना होना चाहिए एक्यूआई और पीएम 2.5 व पीएम 10 का स्तर
देश में इंडियन नेशनल एअर क्वालिटी स्टैंडर्स बना हुआ है। इसके अनुसार 0-50 तक का एक्यूआई स्तर यानी स्थिति बहुत अच्छी है। 51-100 का स्तर संतोषजनक। 101- 200 का स्तर बताता है कि प्रदूषण बढ़ रहा है। 201- 300 का स्तर यानी स्थिति खराब। 301- 400 का लेवल बहुत खराब तथा 400 या इससे अधिक का स्तर प्रदूषण के गंभीर हालात को दर्शाता है। पीएम 2.5 का स्तर 0- 30 तक है तो वातावरण बहुत अच्छा है। 31- 60 संतोषजनक, 61- 90 प्रदूषण का दायरा बढ़ रहा है। 91- 120 खराब एवं 121- 250 बुहत खराब तथा 250 से अधिक का स्तर गंभीर स्थिति की श्रेणी में आता है। पीएम 10 का स्तर 0 से 50 बेहतर, 51- 100 संतोषजनक। 101- 250 प्रदूषण का बढ़ना, 251- 350 का स्तर खराब तथा 351- 430 का लेवल बहुत खराब। पीएम 10 का लेवल 430 के उपर हैं तो हालात गंभीर हैं।