नई दिल्ली (IP News). कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा है कि कोयला खदानों की वाणिज्यिक नीलामी के पहले दौर का परिणाम ऐतिहासिक रहा। उन्होंने आज नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि वाणिज्यिक कोयला खदानों की नीलामी 2 नवंबर से आज तक चली। इस दौरान 19 खदानों की नीलामी की गई जिससे 70 अरब रूपए का राजस्व मिलेगा और इसकी कुल क्षमता 5 करोड दस लाख टन है।
श्री जोशी ने कहा कि पेशगी राशि 10 अरब 48 करोड रुपए होगी। उन्होंने कहा कि इन 19 खदानों में से 11 खुली, पांच भूमिगत और तीन मिश्रित श्रेणी की हैं। यह खदानें झारखंड, ओडिसा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में हैं।
श्री जोशी ने कहा कि 23 खदानों के लिए कुल 76 बोली प्राप्त हुईं। 19 खदानों को तकनीकी बोलियों के योग्य पाया गया। इस प्रक्रिया के दौरान मंत्रालय ने राज्य सरकारों के साथ परामर्श किया। उन्होंने राज्य सरकारों से बोलीदाताओं के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करने की अपील की। श्री जोशी ने कहा कि नीलामी प्रक्रिया की सफलता लगभग पचास प्रतिशत रही जो 2015 के बाद सबसे अधिक है।
कोयला सचिव अनिल कुमार जैन ने कहा कि वाणिज्यिक शर्तों के कारण नीलामी की प्रक्रिया अन्य प्रक्रियाओं से अलग थीं। उन्होंने कहा कि 2015 में उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद नीलामी की नई विधि अपनाई गई। इस विधि में आसानी से प्रवेश और आसानी से निकास, शीघ्र उत्पादन के प्रोत्साहन जैसे उदार उपाय शामिल किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पेशगी राशि को भी कम किया गया।