नई दिल्ली (IP News). भारतीय रेलवे ने अपने कर्मचारियों की भलाई के लिए प्राथमिकता के तौर पर एक और बड़ी आईटी पहल शुरू की है। रेलवे बोर्ड के रेलवे स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. बी. पी. नंदा ने वर्चुअल माध्यम से इस परियोजना की शुरुआत की। इस अवसर पर दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक, गजानन माल्या, भारतीय रेलटेल कॉरपोरेशन के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक पुनीत चावलाऔर पीसीएमडी के डॉ. प्रसन्न कुमार तथा एससीआर के अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने संबोधन मेंडॉ. बी.पी.नंदा ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी की सहायता से कर्मचारियों को सर्वोत्तम स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करने का सपना सच हो गया है। एचएमआईएस भारतीय रेलवे द्वारा तैयार स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों में एक बड़ा बदलाव लाएगा। नई प्रणाली स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाएगी और पारदर्शी तरीके से संसाधनों के उपयोग में सहायता करेगी। अस्पतालों में मरीजों के प्रतीक्षा समय को कम-से-कम करेगा और हर समय डॉक्टरों की टीम को मेडिकल रिकॉर्ड उपलब्ध कराएगा। डॉ. नंदा ने भारतीय रेलवे में विशिष्ट चिकित्सा पहचान (यूएमआईडी) का शुभारंभ करने और आईटी की नई पहल एचएमआईएस में अग्रणी योगदान के लिए दक्षिण मध्य रेलवे के प्रयासों की सराहना की।
एससीआर के महाप्रबंधक गजानन माल्या ने कहा कि एससीआर के लिए एचएमआईएस परियोजना का हिस्सा होना गर्व का क्षण है।रेलवे के कर्मचारियों और उनके लाभार्थियों के लाभ के लिए भारतीय रेलवे एक और आईटी एप्लिकेशन लॉन्च कर रहा है। एससीआर ने रेलवे में ई-ऑफिस, ई-ड्रॉइंग अप्रूवल सिस्टम, यूएमआईडीइत्यादि जैसी कई आईटी पहल का बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा कि एचएमआईएस के कार्यान्वयन से काफी आंकड़े (जैसे इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड) एकत्र हो सकेंगे और न केवल उपचारात्मक प्रक्रियाओं में, बल्कि निवारक चिकित्सा प्रणालियों में भी चिकित्सा बिरादरी को मदद मिलेगी। उम्मीद है कि यह दवा प्रबंधन को बेहतर बनाएगा और बेहतर संसाधन प्रबंधन करेगा।
रेलटेल कॉरपोरेशन के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, पुनीत चावला ने कहा कि एचएमआईएस के कार्यान्वयन से सभी हितधारकों को हेड क्वार्टर से संबद्ध अस्पतालों और सहायक केन्द्रों के एकीकरण का लाभ होगा। इस परियोजना में 20 से अधिक मॉड्यूल होने की संभावना है और इससे चिकित्सा बिरादरी और अस्पताल के लाभार्थियों को अत्यधिक लाभ होगा।
रेलवे में एचएमआईएस के बारे में:
एचएमआईएस को भारतीय रेलवे ने रेलटेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के साथ समन्वय में विकसित किया है। एचएमआईएस का उद्देश्य अस्पताल प्रशासन गतिविधियों के लिए एकल खिड़की सुविधा प्रदान करना है जैसे कि नैदानिक, निदान, फार्मेसी, परीक्षा, औद्योगिक स्वास्थ्य आदि। परिकल्पित समाधान के प्राथमिक उद्देश्य निम्न हैं:
- प्रभावी रूप से सभी स्वास्थ्य सुविधाओं और उसके संसाधनों का प्रबंधन करना
- प्रशासनिक चैनल में अस्पतालों के प्रदर्शन पर नजर रखना
- अपने लाभार्थियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं मुहैया कराना
- मरीज के प्रतीक्षा समय में सुधारकरना
- सभी रोगियों का ईएमआर (इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड) बनाना और उसे कायम रखना।
वर्तमान में, एचएमआईएस के 3 मॉड्यूल – पंजीकरण, ओपीडी डॉक्टर डेस्क और फार्मेसी – लागू किए गए हैं। ये तीनों मॉड्यूल केन्द्रीय अस्पताल, लालगुडा में परीक्षण के आधार पर लागू होने जा रहे हैं और एससीआर पर सभी स्वास्थ्य इकाइयों में धीरे-धीरे लागू किए जाएंगे। पंजीकरण मॉड्यूल रोगी को कोई भीदिक्कत दिए बिना सहज तरीके से उसके स्वत: सत्यापन के साथ यूएमआईडी का एकीकरण करता है। ओपीडी डेस्क मॉड्यूल रोगी परीक्षा और निदान विवरण की सभी प्रक्रियाओं को कवर करता है जो इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड बनाने में मदद करेगा। फार्मेसी मॉड्यूल डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं को आसानी से वितरित करता है और इन्वेंट्री प्रबंधन का अनुकूलन करता है।