रायपुर (IP News). छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा है। श्री बघेल ने सोशल प्लेटफार्म पर जारी बयान में कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसके नेतृत्व का सवाल पार्टी का अंदरूनी मसला है। इस पर सार्वजनिक रूप से बात करना ठीक नहीं। किसी को भी इससे बचना चाहिए।
कांग्रेस पार्टी ही इस देश की मनोभावना का प्रतीक है और सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ खड़ी एकमात्र पार्टी है। इतिहास गवाह है कि कांग्रस ने हर चुनौती का सामना किया है और अपने लाखों कार्यकर्ताओं के साथ फिर फिर उठ खड़ी हुई है। सोनिया जी और राहुल जी के नेतृत्व पर हर कांग्रेस कार्यकर्ता का अटूट भरोसा है। हार, जीत लोकतंत्र का हिस्सा है। किसी भी हार से न तो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरता है और न नेतृत्व हार मानता है। छत्तीसगढ़ उदाहरण है कि हम 15 साल बाद भी लौट सकते हैं और ठीक तरह से लौट सकते हैं। यहां बताना होगा कि कपिल सिब्बल के बयान की राजस्थान के मुख्यमंत्री भी आलोचना कर चुक हैं।
कपिल सिब्बल ने कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना करते हुए पार्टी में अनुभवी ज्ञान रखने वाला, सांगठनिक स्तर पर अनुभवी और राजनीतिक हकीकत को समझने वाले लोगों को आगे लाने की मांग की थी। पार्टी नेतृत्व पर बिना लागलपेट के आलोचना करते हुए सिब्बल ने कहा था कि आत्मचिंतन का समय खत्म हो गया है। कपिल सिब्बल ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा था, हमें कई स्तरों पर कई चीजें करनी हैं। संगठन के स्तर पर, मीडिया में पार्टी की राय रखने को लेकर, उन लोगों को आगे लाना-जिन्हें जनता सुनना चाहती है। साथ ही सतर्क नेतृत्व की जरूरत है, जो बेहद एहितयात के साथ अपनी बातों को जनता के सामने रखे। सिब्बल ने कहा, पार्टी को स्वीकार करना होगा कि हम कमजोर हो रहे हैं।