कोरबा (आईपी न्यूज)। करीब एक हजार करोड़ के बजट वाला नगर पालिक निगम, कोरबा। लिहाजा यहां के चुनाव पर पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश की निगाहें टिकी हुई हैं। यूं तो 67 वार्डों में कांग्रेस के 67 उम्मीदवार हैं, लेकिन पार्टी की जीत का दारोमदार एक व्यक्ति पर काफी हद तक टिका हुआ है। यह व्यक्ति और कोई नहीं प्रदेश का राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल है। राजस्व मंत्री और जिले के चुनाव प्रभारी के तौर पर वे स्टार प्रचारक की ही भूमिका नहीं निभा रहे हैं, बल्कि इलेक्शन मैनेजमैंट के रोल में भी हैं। 67 के 67 वार्डों और यहां के एक- एक बूथ पर श्री अग्रवाल की नजर है। किस बूथ पर पार्टी मजबूत है और कहां कमजोर, इसकी पूरी जानकारी का खाका वे साथ लेकर चलते हैं। प्रचार से थोड़ी भी फुरसत मिलती है वे मोबाइल पर संबंधित वार्ड के पार्टी के उम्मीदवार, पदाधिकारी और कार्यकर्ता से संपर्क करते हैं उन्हें हिदायत जारी करते हैं। वे पूरे विश्वास के साथ कहते हैं कांग्रेस निगम कोरबा की सत्ता में कांग्रेस बहुमत के साथ आएगी और पार्टी का महापौर बनेगा। वैसे मैदानी रिपोर्ट भी कुछ हद तक उनके पक्ष में जाती दिख रही है।
प्रभावी भाषण का मतदाताओं में खासा असर, कार्यकर्ताओं में भर देते हैं जोश
इसके इतर जब वे वार्डों में प्रचार के लिए जाते हैं तो पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों का जोश दोगुना हो जाता है। उनके प्रभावी भाषण का मतदाताओं में भी खासा असर देखने को मिला है। जब वे माइक हाथ में थामते हैं तो प्रत्याशी सहित उस वार्ड के एक- एक कार्यकर्ता का नाम उनकी जुबान पर आता है। राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल नगर पालिक निगम की महापौर रेणु अग्रवाल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हैं और लोगों को बताते हैं कि किस तरह से वर्षों की पानी की समस्या को दूर करते हुए घर- घर तक नल कनेक्ष्शन दिया गया। दूसरे दिगर कार्यों का भी वे जिक्र करते हैं। प्रदेश सरकार के एक साल के कामकाज को भी जनता के बीच रखते हैं। इस बात को कहने से नहीं चूकते हैं कि पार्षद और महापौर कांग्रेस को होगा तो विकास कार्यों की रफ्तार और दोगुनी हो जाएगी। क्योंकि प्रदेश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार है।
किसका रहा जोर, किसके दावे में कितना दम, 24 को चलेगा पता
इधर, चुनावी शोर थम गया है। शुक्रवार को बगैर किसी शोर शराबे के प्रचार प्रसार होगा। खासकर कांग्रेस, भाजपा दोनों प्रमुख दलों ने मतदाताओं का समर्थन हासिल करने पूरी ताकत झोंकी है। अन्य दल और निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी खासी जुगत लगाई है। 21 को मतदान और 24 दिसम्बर को मतगणना होगी। लिहाजा 24 को ही पता चलेगा कि किसका कितना जोर रहा है। क्योंकि कांग्रेस, भाजपा दोनों दल निगम, कोरबा में शहर सरकार बनाने का पुरजोर दावा कर रहे हैं।