बिलासपुर (IP News). छत्तीसगढ़ के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल के हस्तक्षेप के बाद एसईसीएल प्रबंधन भूस्खलन से प्रभावित हुए परिवारों की पुनर्वास की व्यवस्था के लिए राजी हुआ है।
यहां बताना होगा एक फरवरी को चिरमिरी नगर पालिम निगम के अंतर्गत स्थित हल्दीबाड़ी के महुआ दफाई में भूस्खलन की घटना हुई थी। जिस स्थान पर भूस्खलन की स्थिति निर्मित हुई वहां 39 परिवार निवासरत था। भूमिगत कोयला खदान में आग के कारण जमीन धंस गई थी। प्रभावित परिवारों को अस्थाई तौर पर स्कूल व अन्य स्थानों पर ठहराया गया है। इधर, एसईसीएल के स्थानीय प्रबंधन ने प्रभावितों को पुनर्वास और मुआवजा देने सेे इनकार कर दिया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री श्री अग्रवाल ने बुधवार को बिलासपुर में एसईसीएल के सीएमडी एपी पंडा सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, मनेन्द्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल, राजस्व सचिव, कमिशनर सरगुजा, कलेक्टर कोरिया सहित एसईसीएल के निदेशकगण आदि उपस्थित थे। बैठक में एसईसीएल प्रबंधन ने सभी विस्थापित परिवारों को स्थायी निवास उपलब्ध कराने आश्वस्त किया है।
एसईसीएल कोरबा अस्पताल में लगेगी एमएआरआई मशीन
बैठक में अन्य विषयों पर भी चर्चा हुई। जानकारी के अनुसार एसईसीएल प्रबंधन ने बताया कि गेवरा एवं कोरबा के विभागीय चिकित्सालय में डायलिसिस की गैर कर्मचारियों को निशुल्क सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसी तरह एसईसीएल कोरबा हाॅस्पिटल में एमआरआई (मैग्नेटिक रेसोनेंस इमेजिंग स्कैन) की मशीन स्थापित की जाएगी। एसईसीएल चिरमिरी के विभागीय अस्पताल में सिटी स्केन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।