बिलासपुर (आईपी न्यूज)। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में जल के महत्व को समझते हुए जल संरक्षण को साकार करने हेतु कुशल जल प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए है। जहां वर्षा जल के संरक्षण एवं भूमिगत जलस्तर को बढ़ाने के लिए सभी प्रमुख स्टेशनों एवं कार्यालय भवनो में “जल संचयन प्रणाली (रेन वाटर हार्वेस्टिंग) प्रणाली” की स्थापना कर वर्षा जल संचयन को सुनिश्चित किया जा रहा है वही उपयोग के पश्चात नालियों के माध्यम से बहकर व्यर्थ में बर्बाद होने वाले पानी को भी वाटर रिसायकलिंग प्लांट के माध्यम से रिसायकल्ड कर पुनः उपयोग में लाया जा रहा है ।
इसी कड़ी में बिलासपुर के हेमुनगर कालोनी में लगभग 75 लाख रुपए की लागत से 5 लाख लीटर/प्रतिदिन क्षमता की वाटर रिसायकलिंग प्लांट की स्थापना की गई है। इस वाटर रिसायकलिंग प्लांट से रिसायकल्ड पानी के उपयोग के लिए इसे बिलासपुर रेलवे स्टेशन के पूर्वी छोर पर बनाये गए 1 लाख लीटर क्षमता के ओवर हेड टैंक से पाइपलाइन के माध्यम से जोड़ा गया है एवं इस रिसायकल्ड पानी का उपयोग बिलासपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1, 2 एवं 3 की साफ-सफाई के साथ ही साथ तीनों प्लेटफार्म पर बनाये गए वॉशिंग अप्रान की सफाई में किया जा रहा है। इस कार्य के फलस्वरूप बिलासपुर स्टेशन में प्रतिदिन लगभग 1.3 लाख लीटर स्वच्छ जल की बचत की जा रही है।
इसके साथ ही साथ वर्तमान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत 07 जगहों, जिसमें बिलासपुर में 04 (कोचिंग डिपो, आफिसर्स कालोनी, एनई कालोनी एवं हेमुनगर), रायपुर आरपीएफ कालोनी, दुर्ग कोचिंग डिपो एवं गोंदिया वॉशिंग लाइन में प्रत्येक 5 लाख लीटर/प्रतिदिन क्षमता की वाटर रिसायकलिंग प्लांट लगाये गए है एवं इससे प्राप्त रिसायकल्ड पानी का उपयोग ट्रेनों की धुलाई, बागवानी सहित अन्य कार्यो में किया जाता है ।


दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के तीनों मंडलों में उपयोग में आने वाले पानी की, विशेषकर वर्कशॉप, कोच धुलाई आदि के पानी को बर्बाद न करके उसे रिसायकिल कर पानी की बचत की जा रही है । इसी प्रकार वर्षा जल के भी समुचित संरक्षण करके, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे पर्यावरण संरक्षण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए रेल यातायात के इको फ्रेंडली साधन के रूप में बनाते हुए अपनी सेवा प्रदान कर रहा है ।

 

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