रूस में बने स्पुतनिक-वी की पहली खेप विशेष उड़ान से आज शाम हैदराबाद में समशाबाद अंतरराष्‍ट्रीय हवाई अडडे पर पहुंची। पहली खेप के रूप में डेढ़ लाख टीके भारत पहुंचे हैं। देश में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लगाया जाने वाला यह तीसरा टीका होगा। भारत के औषधि महानियंत्रक ने हाल ही में कोविड-19 वैक्‍सीन के रूप में स्पुतनिक-वी के आपात इस्‍तेमाल की मंजूरी दी थी। भारत में रूसी वैक्‍सीन के साझीदार, डॉ० रेड्डीज लेबोरेट्रीज को यह खेप सौंपी गई।

विदेश मंत्रालय ने रूसी वैक्‍सीन के भारत पहुंचने का स्‍वागत किया है। मंत्रालय के प्रवक्‍ता अरिंदम बागची ने कहा कि स्‍पुतनिक-वी से देश की टीका क्षमता में बढ़ोतरी होगी और इससे टीकाकरण अभियान में तेजी आएगी। प्रवक्‍ता अरिंदम बागची ने कहा है कि रूसी टीके से महामारी के खिलाफ देश के टीका भंडार में वृद्धि होगी। श्री बागची ने कहा कि अन्‍य बडी खेपें भी शीघ्र भारत पहुंचेंगी। प्रवक्‍ता ने यह भी बताया कि देश में बड़े पैमाने पर रूसी वैक्‍सीन के निर्माण की योजनाएं बनाई जा रही हैं।

इस बीच, भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव ने रूसी वैक्‍सीन के भारत पहुंचने पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की। अपने संदेश में उन्‍होंने कहा कि भारत और रूस कोविड महामारी से लड़ने के लिए संयुक्‍त प्रयासों के प्रति वचनबद्ध हैं। उन्‍होंने कहा कि कोविड की दूसरी लहर से निपटने के भारत के प्रयासों को स्‍पुतनिक- वी के आगमन से मदद मिलेगी।

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