रांची (आईपी न्यूज)। सीएमपीडीआई मुख्यालय में तीन व चार मार्च को राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य श्रीमती माया चिंतामण इवनते की अध्यक्षता में अनुसूचित जनजातियों के विकास के लिए विभिन्न सुरक्षणों और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के संबंध में केन्द्रीय लोक क्षेत्र उद्यमों की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। इस मौके पर आयोग की तरफ से सहायक निदेशक श्रीमती मीनाक्षी शर्मा, अनुसंधान अधिकारी क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल सुश्री दीपिका खन्ना तथा सीएमपीडीआई की ओर से निदेशक (तकनीकी/सीआरडी) सतेन्द्र कुमार गोमास्ता, महाप्रबंधक (कार्मिक एवं प्रशासन) श्रीमती सुनीता मेहता, वरीय प्रबंधक (कार्मिक) श्रीमती ममता टोप्पो, वरीय प्रबंधक(कार्मिक एवं प्रशासन) रास बिहारी उपस्थित थे।
इस मौके पर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य के समक्ष सीएमपीडीआई की गतिविधियों को पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुति दी गयी। इस प्रस्तुतिकरण के माध्यम से सीएमपीडीआई द्वारा चलाए जा रहे सामाजिक निगमित दायित्व (सीएसआर) योजना के तहत कार्यों के बारे में विस्तार से बताया गया। इसके अलावा स्थानीय मुद्दों पर आने वाले कठिनाइयों के बारे में चर्चा की गयी।
मौके पर श्रीमती इवनते ने कहा कि अनुसूचित जनजाति से संबंधित किसी भी समस्या का निराकरण हेतु आयोग से परामर्श एवं निदेश प्राप्त कर सकते हैं। अनुसूचित जनजाति से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर सिस्टा एवं एसटी/एससी/ओबीसी काउंसिल के प्रतिनिधियों तथा प्रबंधन के साथ चर्चा की और संबंधित मुद्दों की त्वरित निपटारे का निदेश दिया।
सीएमपीडीआई के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित दो दिवसीय बैठक में कोल इंडिया की सहायक कम्पनियों के अलावा, केन्द्र एवं राज्य सरकार के विभिन्न उपक्रमों के उच्चाधिकारियों के साथ अनुसूचित जनजातियों के विकास के लिए विभिन्न सुरक्षणों और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के संबंध में समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। इस दो दिवसीय समीक्षा बैठक के सफल आयोजन के लिए आयोग के सदस्यों द्वारा सीएमपीडीआई प्रबंधन एवं आयोजक टीम की सराहना की गयी।