कोरबा (आईपी न्यूज)। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि कोरबा के लोग कहते हैं कि हम डीएमएफ वाले हैं, दूसरे जिलों कोे 10, 20, 50 करोड़ रुपए देते हैं। ऐसे में मेडिकल कालेज के लिए पैसों की कमी कैसे होने दी जाएगी। श्री सिंहदेव ने कहा कि नई व्यवस्था में पूरे छत्तीसगढ़ में पहला मेडिकल कालेज कोरबा में ही खुलेगा।
सोमवार को लाइन लाइन एक्सप्रेस स्वास्थ्य शिविर का समापन समारोह आयोजित हुआ। स्वास्थ्य मंत्री ने लाइफ लाइन एक्सप्रेस में सहयोग करने वालों की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अल्प अवधि में आठ हजार 910 मरीजों के इलाज की बात सुनकर दिमाग चकरा जाता है, यह आसान काम नहीं है। इस दौरान 1380 की सर्जरी और 680 लोगों का केटरेट का आपरेशन किया गया। प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि सभी के सहयोग से लाइफ लाइन का सफल आयोजन हुआ है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष कोरबा पीएचसी को सिटी हाॅस्पिटल का दर्जा देने की मांग रखी। राजस्व मंत्री ने बताया कि मिडिकल काॅलेज को लेकर प्रक्रिया तेजी से चल रही है।
महंत जी और जयसिंह जी, पता नहीं क्या गड़बड़ करते हैं
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने कोरबा जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदेश में यह जिला निरंतर पुरस्कार हासिल कर रहा है। चाहे शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण, कछ तो बात है यहां। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि पता नहीं महंत जी और जयसिंह जी क्या गड़बड़ी करते हैं जो स्वास्थ्य सेवा के मामले में कोरबा नम्बर एक बना हुआ है। यहां की पूरी व्यवस्था संतोषजनक है। साथ ही कोरबा के लिए चुनौती है कि नम्बर एक के ओहदे को बरकरार रखना होगा।
डाॅक्टरों से अपील, बेहतर पैकेज देंगे सेवा करने आओ
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डीएमएफ के जरिए चिकित्सकों की न केवल भर्ती की जा रही है बल्कि अन्य व्यवस्थाओं की पूर्ति की जा रही है। उन्होंने चिकित्सकों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें बेहतर पैकेज दिया जाएगा वे सेवा करने के लिए आएं।