कोरबा (IP News). हड़ताल शुरू होने के बीच आज सुबह 9.10 बजे केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने ट्वीट किया और कि कोल इंडिया का भविष्य उज्जवल और सुरक्षित है। सरकार की कोल पब्लिक सेक्टर के निजीकरण की कोई योजना नहीं है। 2023 तक एक बिलयन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यहां बताना होगा कि कोयला मंत्री लगातार यह कह रहे हैं कि कोल इंडिया का निजीकरण नहीं होगा। श्री जोशी ने हड़ताल टालने के लिए बुधवार को श्रमिक संगठनों के प्रमुख नेताओं से चर्चा भी की थी, लेकिन उन्होंने कमर्शियल माइनिंग को लेकर चुप्पी साध ली थी। जबकि श्रमिक संगठनों की मुख्य मांग कमर्शियल माइनिंग के फैसले को वापस लेने की है।
The future of @CoalIndiaHQ remains bright and secured. Govt has no plans to privatise any coal PSU. We have given them a target to produce 1bn tonnes coal by 2023 and they are going strong about it. https://t.co/4H0YqmHlA4
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) July 2, 2020